माँ की चूड़ियाँ | MAA KI CHUDIYAAN..
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दोस्तों हम सबकी ज़िन्दगी में एक फ़रिश्ता होता है.. जिसका नाम है माँ...हां दोस्तों इस कविता के माध्यम से....में दुनिया की सभी माँओं को प्रणाम करता हूँ। .. जो निःस्वार्थ अपना जीवन हम बच्चों और परिवार की ख़ुशी के लिए ही व्यतीत करती है... माँ ही हमारी पहली टीचर भी है और दोस्त भी...मुझे जीवन का सार सीखने वाली माँ को सप्रेम भेंट
Friends we all have an angel in our life called as “MOM"... This poem is all about... How even few bangles of our MOM can teach us, "HOW TO LIVE LIFE” This poem is dedicated to all the MOMS in the WORLD...
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बेटियाँ /BETIYAAN
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ख्वाब देखा करो /KHWAAB DEKHA KARO https://youtu.be/wr7PbxYzhf4
सोचता रहता हूँ मैं /SOCHTA REHTA HOON MEIN https://youtu.be/CFTRmjd0SIc
तुम मस्ती में रहो /Tum Masti Mein Raho
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न जाने क्यों / NA JAANE KYU?
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